उत्तर प्रदेश में ‘शिक्षामित्रों’ के तबादले को लेकर बड़ा अपडेट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश Uttar Pradesh में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से योगी आदित्यनाथ सरकार CM Yogi adityanath कई योजनाएं yojnaon चला रही है, लेकिन ज़मीनी स्तर पर प्रशासनिक लापरवाही इन प्रयासों की रफ्तार को प्रभावित कर रही है।हाल ही में शिक्षामित्रों shikshamitro के समायोजन samayojan और स्थानांतरण से जुड़ा मामला एक बार फिर चर्चा में है, जहाँ प्रक्रिया के विलंब और तकनीकी अनदेखी ने हजारों शिक्षामित्रों shikshamitro को असमंजस की स्थिति में ला खड़ा किया है।
डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अटका पूरा मामला
शिक्षकों Teacher के स्थानांतरण की प्रक्रिया भले ही पूरी कर ली गई हो, लेकिन बेसिक शिक्षा अधिकारियों BSA द्वारा मानव संपदा पोर्टल manav sampda portel पर समय से डाटा Data अपडेट Update न करने की वजह से शिक्षामित्रों shikshamitro का समायोजन अटक गया है। इस पोर्टल Portal के माध्यम से यह तय होना था कि किस विद्यालय vidyalaya में कितनी रिक्तियाँ हैं और कहाँ समायोजन संभव है। लेकिन प्रशासनिक लापरवाही के कारण यह कार्य निर्धारित समयसीमा (18 अगस्त) तक पूरा नहीं हो सका।
सिस्टम में फंसे शिक्षामित्र
प्रदेश UP में फिलहाल लगभग 1.48 लाख lakh शिक्षामित्र shikshamitra कार्यरत हैं, जिनमें से बड़ी संख्या ने 2014 में बीटीसी BTC व स्नातक की डिग्री के बाद सहायक अध्यापक AT के रूप में कार्यभार संभाला था। लेकिन 2017 में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद वे जो टीईटी TET पास नहीं कर सके, उन्हें पुनः शिक्षामित्र shikshamitra बना दिया गया। इससे उनकी पेशेवर पहचान और स्थायित्व दोनों को गहरा आघात पहुंचा। 2018 में कुछ शिक्षामित्रों shikshamitro को उनके मूल विद्यालयों vidyalaya में वापस भेजा गया, लेकिन आज भी लगभग 35 हजार शिक्षामित्र shikshamitra अपने गाँव या ग्राम पंचायत से बाहर के विद्यालयों vidyalaya में कार्यरत हैं।
महिला शिक्षामित्रों को समस्या
एक अलग ही सामाजिक और प्रशासनिक चिंता महिला शिक्षामित्रों shikshamitro के साथ जुड़ी हुई है। आंकड़े बताते हैं कि 15 हजार से अधिक महिला शिक्षामित्र shikshamitra विवाह के बाद भी अपने पैतृक गांवों के विद्यालयों vidyalaya में कार्यरत हैं। इनमें से 4300 महिलाएं ऐसी हैं जिनकी शादी दूसरे जिलों District में हो चुकी है। लेकिन अभी तक उनकी तैनाती में कोई बदलाव नहीं हुआ, जिससे न सिर्फ उनके पारिवारिक जीवन पर असर पड़ रहा है, बल्कि सेवा के दौरान यात्रा संबंधी कठिनाइयाँ और सुरक्षा संबंधी चुनौतियाँ भी उत्पन्न हो रही हैं।
आश्वासन और आगे की राह
स्कूल शिक्षा की महानिदेशक कंचन वर्मा Kanchan Verma ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए आश्वासन दिया है कि डाटा अपडेट Update की प्रक्रिया पूरी होते ही शिक्षामित्रों shikshamitro के समायोजन samayojan और स्थानांतरण की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। प्राथमिकता उनके मूल विद्यालयों vidyalaya को दी जाएगी और अगर वहाँ स्थान उपलब्ध नहीं है, तो ग्राम पंचायत के अन्य विद्यालयों vidyalaya में तैनाती की जाएगी।