उत्तर प्रदेश में 2100 सरकारी शिक्षकों का ट्रांसफर फंसा, 8 आकांक्षी जिलों की पॉलिसी बनी रोड़ा, पढ़िए सूचना
उत्तर प्रदेश UP में बेसिक शिक्षा परिषद basic shiksha parishad के 21000 से अधिक शिक्षक ट्रांसफर transfer प्रक्रिया से बाहर हैं, जिससे उन्हें बार-बार निराशा का सामना करना पड़ रहा है। इन शिक्षकों teacher की तैनाती राज्य के 8 आकांक्षी जिलों-सिद्धार्थनगर, बहराइच, बलरामपुर, चित्रकूट, चंदौली, श्रावस्ती, सोनभद्र और फतेहपुर-में है।
सरकार की नीति के अनुसार, इन पिछड़े जिलों से शिक्षक तभी UP teachers ट्रांसफर transfer हो सकते हैं जब कोई अन्य UP teachers वहां जाने को तैयार हो, लेकिन ऐसा कोई नहीं है। नतीजा यह है कि ना तो इन जिलों में नए शिक्षक teacher आ रहे हैं और ना ही वहां तैनात शिक्षक अन्यत्र जा पा रहे हैं। लंबे समय से काम कर रहे शिक्षक teacher अब सरकार government से समायोजन और ट्रांसफर transfer की अनुमति देने की मांग कर रहे हैं।
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UP teachers में 29 मई May से शिक्षकों teacher के ट्रांसफर की प्रक्रिया शुरू होनी थी, लेकिन 8 आकांक्षी जिलों में तैनात शिक्षकों teacher के लिए यह प्रक्रिया बार-बार अधर में अटक रही है। इन जिलों District में काम कर रहे शिक्षक तब तक ट्रांसफर नहीं हो सकते जब तक किसी अन्य जिले District का शिक्षक teacher वहां आने को तैयार न हो। दुर्भाग्य से, इन जिलों District की पिछड़ी छवि के चलते कोई भी वहां स्थानांतरण नहीं चाहता। खुद इन जिलों से ताल्लुक रखने वाले UP teachers, जो किसी अन्य जिले में तैनात हैं, वे भी वापसी नहीं चाहते। इस वजह से ट्रांसफर नीति का संतुलन बिगड़ गया है और हजारों शिक्षक teacher सालों year से फंसे हुए हैं।
सरकार government ने 2018 में इन 8 जिलों को आकांक्षी घोषित करते हुए यहां के शिक्षकों teacher का ट्रांसफर 5 वर्षों year के लिए रोक दिया था ताकि शिक्षा व्यवस्था को सशक्त किया जा सके। लेकिन अब 5 साल year से अधिक का समय बीत चुका है, फिर भी इन शिक्षकों teacher को ट्रांसफर की अनुमति नहीं मिली है। बेसिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुधांशु मोहन का कहना है कि जब तक इन जिलों में शिक्षक teacher नहीं भेजे जाते, तब तक यहां के शिक्षक teacher बाहर नहीं जा सकते। इससे इन जिलों District की शिक्षा व्यवस्था पर भी नकारात्मक असर पड़ रहा है और शिक्षकों में असंतोष बढ़ रहा है।
बेसिक शिक्षक एवं प्रशिक्षित स्नातक संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विनय सिंह vinay singh ने बताया कि इन जिलों में 21000 से अधिक शिक्षक ट्रांसफर transfer की प्रक्रिया से वंचित हैं। कई शिक्षक ऐसे हैं जो 20 वर्षों से एक ही जिले में सेवाएं दे रहे हैं। फिर भी उन्हें एक बार ट्रांसफर transfer का अवसर नहीं मिला।
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर संगठन कई बार शिक्षा विभाग shiksha vibhag से लेकर मुख्यमंत्री CM तक अपनी मांग पहुँचा चुका है, परंतु हर बार सिर्फ विचार करने का आश्वासन मिलता है। अब शिक्षक teacher चाहते हैं कि सरकार government आकांक्षी जिलों की नीति की पुन: समीक्षा करे और ट्रांसफर प्रक्रिया में लचीलापन लाया जाए।