Starlink Internet क्या है और यह कैसे काम करता है?

By Jaswant Singh

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Starlink Internet

Starlink Internet क्या है और यह कैसे काम करता है?

Starlink इंटरनेट क्या है? स्टर्लिंग सर्विस का इंतजार लंबे समय से कर रहे थे और सरकार ने सैटेलाइट स्पेक्ट्रम आवंटन का रास्ता भी साफ कर दिया है देखा जाए तो जल्द ही भारत में स्टरलिंक सर्विस को लांच किया जा सकता है यह Starlink इंटरनेट स्पेसएक्स (SpaceX) कंपनी की एक सेवा है, जो उपग्रहों के जरिए इंटरनेट पहुंचाती है। इसका मकसद उन इलाकों में तेज़ और विश्वसनीय इंटरनेट देना है, जहां केबल या मोबाइल नेटवर्क नहीं पहुंच पाते।

Starlink Internet
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Starlink कैसे काम करता है?

सैटेलाइट्स का नेटवर्क

स्टर्लिंग सर्विस एक्सेस करने के लिए एक स्पेशल किट भी लॉन्च की जाएगी। इस कट के माध्यम से आपके घर तक इंटरनेट के सुविधा प्रोवाइड की जाएगी। Starlink के सैटेलाइट्स पृथ्वी से करीब 550 किमी की ऊंचाई पर होते हैं। ये पारंपरिक उपग्रहों की तुलना में ज्यादा करीब होते हैं, जिससे इंटरनेट तेज़ और बिना रुकावट मिलता है।

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भारत में कब होगी लॉन्च है स्टार्टिंग सर्विस

बीते कुछ दिनों में सरकार की तरफ से साफ कर दिया गया है की स्टार्टिंग सर्विस सभी गांव और देहात और शहरी इलाकों में लॉन्च कर दी जाएगी और जिन इलाकों में ब्रेड बीएड केवल नहीं मौजूद है वहां इस इंटरनेट कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी और आपको बता दे की सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि इसमें मोबाइल टावर की जरूरत नहीं होगी लेकिन सोशल मीडिया के मुताबिक यह प्लान सभी महंगे होंगे फिर आप भी इच्छुक हैं तो स्टर्लिंग सर्विस का फायदा उठाने के लिए इंतजार करें जल्द होगी भारत में इसकी लॉन्चिंग।

भारत में कब होगी लॉन्च है स्टार्टिंग सर्विस

यूज़र डिश और राउटर

यूज़र के पास एक Starlink डिश और राउटर होता है, जो सीधे सैटेलाइट से सिग्नल पकड़ता है और घर में इंटरनेट फैलाता है।

Starlink के फायदे देखें

दूरदराज के इलाकों में इंटरनेट: गांव और दुर्गम इलाकों में भी इंटरनेट की सुविधा देता है।

तेज़ स्पीड: 50 Mbps से 250 Mbps तक की स्पीड मिलती है।

कम लेटेंसी : गेमिंग और वीडियो कॉल में कम रुकावट होती है।

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Starlink की चुनौतियां

मौसम का असर : बारिश या बर्फबारी में सिग्नल कमजोर हो सकता है।

महंगी सेवा: डिश और मासिक प्लान महंगे हो सकते हैं।

स्पेस जंक का खतरा: हजारों सैटेलाइट्स लॉन्च होने से अंतरिक्ष में मलबा बढ़ सकता है।

भारत में Starlink की स्थिति

भारत में Starlink सेवा शुरू करने के लिए सरकार से अनुमति की जरूरत है। स्पेसएक्स ने 2022 में प्री-ऑर्डर लेना शुरू किया था, लेकिन सरकारी मंजूरी न मिलने के कारण इसे रोका गया। भविष्य में, Starlink ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट कनेक्टिविटी बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है।

conclusion

Starlink एक नई तकनीक है, जो उपग्रहों के जरिए दुनिया भर में इंटरनेट को तेज़, सुलभ और विश्वसनीय बनाने की कोशिश कर रही है। खासतौर पर उन जगहों के लिए यह उपयोगी होगी, जहां अभी इंटरनेट की सुविधा ठीक से नहीं पहुंच पाई है।

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