Shikshamitra news : आमदनी कम और खर्च अपार, शिक्षामित्रों को अच्छे वेतन की दरकार

By Jaswant Singh

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SHIKSHAMITRA News

Shikshamitra news : आमदनी कम और खर्च अपार, शिक्षामित्रों को अच्छे वेतन की दरकार

नौनिहालों को संस्कार के साथ शिक्षित कर रहे शिक्षामित्र अफसरों के साथ शिक्षकों teacher से सम्मान चाहते हैं। परिषदीय स्कूलों school में बच्चों को ककहरा सिखाने वाले शिक्षामित्रों shikshamitro का कहना है कि उनके साथ शिक्षकों teacher के साथ अफसर भी सौतेला व्यवहार करते हैं।तमाम समस्याओं से जूझ रहे शिक्षामित्र एक ओर मानदेय mandey बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं तो गैर शैक्षणिक कार्यों से विरत रखने की मांग भी है।

सबसे अहम बात यह कि इन्हें वर्ष में 11 महीने mahine 29 दिन का मानदेय दिया जाता है। जबकि इनके साथ ही शिक्षण करने वाले परिषदीय स्कूल के शिक्षकों teacher को वेतन सहित अन्य सुविधाएं दी जा रही हैं। एक ही स्कूल में एक ही तरह के कार्य करने पर अलग-अलग सुविधाएं देकर शासन भी इनके साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने शिक्षामित्रों shikshamitro से उनकी समस्याएं जानने का प्रयास किया तो उनका दर्द छलक उठा।

शिक्षामित्रों shikshamitro ने अपनी एक-एक समस्या खुलकर साझा कीं। बेल्हा में कुल 2960 शिक्षामित्र परिषदीय स्कूल School में नौनिहालों का भविष्य संवार रहे हैं। इसके साथ ही कई समस्याओं से घिरे शिक्षामित्र यह उम्मीद लगाए बैठे हैं कि वो दिन कब आएगा जब उनका उत्पीड़न बंद होगा। शिक्षामित्रों shikshamitro ने कहा कि समय पर मानदेय mandey नहीं मिलता, हर महीने 15 तारीख Date तक मानदेय मिलता है, साथ ही लिपिकों के साथ काम करना पड़ता है। हमारे साथ शिक्षण कार्य में लगे शिक्षक सौतेला व्यवहार करते हैं।

विभाग vibhag के अधिकारी भी समय समय पर विद्यालय के निरीक्षण में अनुपस्थित मिलने वाले शिक्षकों teacher के वेतन आहरण पर रोक लगाते हैं लेकिन कुछ दिन बाद उनका वेतन निकाल दिया जाता है लेकिन शिक्षामित्र shikshamitra का मानेदय स्पष्टीकरण देने के बाद भी नहीं निकाला जाता। शिक्षामित्रों shikshamitro की गैर शैक्षणिक काम जैसे बीएलओ blo आदि में ड्यूटी duty लगाकर शोषण किया जाता है। खास बात यह कि जहां शिक्षकों की ड्यूटी लगी रहती है उनके स्थान पर शिक्षामित्रों shikshamitro की ड्यूटी लगा दी जाती है।

 

गैर शैक्षणिक कार्य में हमारी ड्यूटी ऐसी जगह लगा दी जाती है जहां अतिरिक्त भुगतान की सुविधा भी नहीं होती। जहां अतिरिक्त भुगतान मिलना होता है वहां अफसर शिक्षकों teacher की ड्यूटी लगा देते हैं। पिछले सात वर्षों year से शिक्षामित्रों shikshamitro को 10 हजार रुपये मासिक मानदेय दिया जाता है जिससे परिवार का भरण पोषण नहीं हो पाता। सरकार government और जिला प्रशासन शिक्षामित्रों की समस्या को प्राथमिकता नहीं देते।

जबकि हम शिक्षकों के बराबर ही शिक्षण कार्य करते हैं। शिक्षामित्रों shikshamitro को अध्यापक का दर्जा मिलना चाहिए और शिक्षकों teacher के समान वेतन दिया जाना चाहिए। महिला शिक्षामित्रों shikshamitro को चाइल्ड केयर लीव की व्यवस्था दी जानी चाहिए। इसके अलावा मेडिकल अवकाश medical leave की सुविधा भी मिलनी चाहिए। chaumutra Shikshamitra

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