सेवा समाप्ति के डेढ़ माह बाद भी बर्खास्त शिक्षका पर केस दर्ज नहीं, पढ़िए सूचना

By Jaswant Singh

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सेवा समाप्ति के डेढ़ माह बाद भी बर्खास्त शिक्षका पर केस दर्ज नहीं, पढ़िए सूचना

सेवा समाप्ति के डेढ़ माह बाद भी बर्खास्त शिक्षका पर केस दर्ज नहीं, पढ़िए सूचना

उन्नाव: 2020 में 69 हजार शिक्षक भर्ती shikshak Bharti के तहत बांगरमऊ ब्लॉक के प्रावि नेवल की सहायक अध्यापक AT बनी प्राची कटियार की सेवा बर्खास्त कर एफआईआर और वसूली के निर्देश दिए गए थे। अब तक वसूली और एफआईआर न कराने पर बीएसए BSA ने बीईओ को पत्र लिखा है।

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उधर, बीईओ BEO बांगरमऊ देवेन्द्र सिंह ने कहा कि वह रिपोर्ट दर्ज कराने गए थे पर थाने में पहले से ही इस प्रकरण पर शिकायतकर्ता द्वारा एफआईआर FIR दर्ज कराने के कारण थानाध्यक्ष ने केस नहीं लिखने से मना कर दिया। बताया कि थानाध्यक्ष ने 28 मार्च March को मामले में चार्जशीट भी दाखिल करने की जानकारी information दी है। बाकी वसूली की कार्रवाई जिला स्तर से की जाएगी। वह हमारे हाथ में नहीं है।

सेवा समाप्ति के डेढ़ माह बाद भी बर्खास्त शिक्षका पर केस दर्ज नहीं, पढ़िए सूचना

रत्ना से प्राची कटियार बनकर दोबारा पढ़ाई कर शैक्षिक डिग्री हासिल करने के आरोपों में चल रही दो सालों year से जांच के बाद दोषी पाए जाने पर बीएसए BSA संगीता सिंह ने उसकी सेवा समाप्त करके एफआईआर FIR दर्ज कराने व नियुक्ति तिथि से 1 मार्च March 2025 तक वेतन रिकवरी करने के आदेश दिए थे। अब तक उनके आदेश पर कोई कार्रवाई न होने पर उन्होंने बीईओ BEO को 26 अप्रैल को पत्र लिखा है। बीएसए BSA द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया कि सेवा समाप्त कर एफआईआर के दिए गए निर्देशों का पालन नहीं किया जाना विभागीय निर्देशों की अवहेलना है।

बांगरमऊ तहसील क्षेत्र के नसिरापुर गावं की रहने वाले अशोक कुमार कटियार की बेटी रत्ना कटियार ने साल 2003 हाईस्कूल, 2005 में इंटर और 2009 में स्नातक की डिग्री हासिल की थी। इन डिग्री अभिलेखों में रत्ना की जन्मतिथि 20 सितंबर 1990 थी। इसके बाद रत्ना कटियार ने अपना नाम बदलकर प्राची कटियार कर लिया और जन्मतिथि में परिवर्तन कर 10 अगस्त 1993 कर लिया। नाम, जन्मतिथि के अलावा पिता का नाम अशोक कुमार निवास स्थान नसीरपुर भीखन्न बांगरमऊ दर्ज कराकर दोबारा पढ़ाई की। 2011 में हाईस्कूल, 2013 में इंटर, 2016 में स्नातक और 2018 में बीटीसी करके शिक्षिका बनने के लिए आवश्यक डिग्री हासिल कर ली थी। 69 हजार शिक्षक भर्ती में चयन कराकर 17 अक्तूबर 2020 को सहायक अध्यापक AT बन गई थी।

इस फर्जीवाड़े की सरिता नाम की महिला ने बीएसए BSA, एसटीएफ STF और शासन से शिकायत की। एसटीएफ STF की जांच पर शिकायत की सही पुष्टि हुई। 3 जनवरी 2024 की जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम DM उन्नाव ने 18 जून 2024 को एडीएम की अध्यक्षता में जांच टीम गठित कर जांच के आदेश दिए। 24 फरवरी 2025 को जांच टीम ने डीएम DM को रिपोर्ट Report भेजी थी। जिस सपर 4 मार्च को देर शाम डीएम ने शिक्षिका की सेवा समाप्ति के लिए बीएसए BSA को आदेश जारी किया था। जिसके बाद शिक्षिका की सेवा समाप्त कर रिकवरी व एफआईआर के निर्देश बीईओ को दिए थे।

 

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