नामांकन बढ़ा लेंगे, स्कूल का विलय न करो साहब, पढ़िए सूचना
बदायूं: 50 से कम छात्र संख्या वाले परिषदीय स्कूलों school के विलय की प्रकिया जारी है। इसी बीच अभिवावकों, छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों द्वारा बीएसए BSA से स्कूलों का विलय न करने की गुहार लगायी जा रही है।शिक्षक teacher तो यहां तक बीएसए BSA से कह रहे हैं कि साहब स्कूलों school का विलय न करों, नामांकन कम है तो हम बढ़ा लेंगे। शासन के आदेश के क्रम में 50 से कम छात्र संख्या वाले जिले के 168 स्कूलों का विलय होना है। इन स्कूलों school में पढ़ने वाले बच्चों के लिए निकट के स्कूलों में भेजा जाएगा। स्कूलों school के विलय की चल रही प्रकिया का अभिवावकों एवं छात्र-छात्राओं द्वारा विरोध किया जा रहा है।
विलय होने वाले स्कूलों school के शिक्षक भी बीएसए BSA से स्कूल विलय न करने की गुहार लगा रहे हैं। बीएसए द्वारा शासनादेश के क्रम में में 50 से कम छात्र संख्या होना विलय का कारण बताया जा रहा है। तमाम शिक्षकों teacher ने बीएसए BSA से व्यक्तिगत मिलकर एवं पत्र के माध्यम से कहा है कि साहब स्कूल का विलय न करो, छात्र संख्या कम है तो बढ़ा लेंगे। स्कूल School विलय होने पर छात्र-छात्राओं संग हमारे लिए भी दिक्कत होगी। इधर अभिभावकों का कहना है कि दूसरे गांव में दूर जाकर बच्चे कैसे पढ़ाई करेंगे। बीएसए BSA वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि 50 से कम छात्र संख्या वाले स्कूल school के बच्चों के लिए निकट के स्कूल में पढ़ने भेजा जाएगा।
140 का हुआ विलय 50 से कम छात्र संख्या वाले जिले के 140 स्कूलों school के विलय की प्रकिया पूर्ण हो चुकी है। इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे एक जुलाई July से निकट के स्कूल में पढ़ने जाएंगे। स्कूलों का विलय दो किमी के अंदर के स्कूल में किया गया है। बीईओ BEO की रिपोर्ट पर विलय ब्लॉकों से बीईओ BEO की रिपोर्ट आने के बाद स्कूलों के विलय के लिए पेयर बनाए गये हैं। जो स्कूल विलय होने को रह गये हैं उन स्कूलों school के विलय की कार्रवाई 30 जून June तक पूर्ण कर ली जाएगी। विलय (पेयरिंग) के बाद खाली स्कूल की बिल्डिंग में आंगनबाड़ी के जरिये प्री प्राइमरी कक्षाएं संचालित करायी जाएंगी।