बेसिक शिक्षा मंत्री के गृह जनपद में ही अजब गजब कारनामा: गणित की शिक्षिका का बना दिया अंग्रेजी का एआरपी

By Jaswant Singh

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बेसिक शिक्षा मंत्री के गृह जनपद में ही अजब गजब कारनामा: गणित की शिक्षिका का बना दिया अंग्रेजी का एआरपी

अलीगढ़ । कार्यालय संवाददाता बेसिक शिक्षा मंत्री के गृह जनपद में ही बेसिक शिक्षा विभाग अजब गजब कारनामे कर रहा है। हालिया कारनामा गणित की शिक्षिका को अंग्रेजी का एआरपी नियुक्त कर दिया गया। मामला खुलने पर बीएसए बस जांच की बात कर रहे हैं। बेसिक शिक्षा विभाग में कारनामों की लाइन लगी हुई हैं। कभी दिव्यांग छात्रों को केरल की किट बांट दी जाती है। तो कभी शिक्षक की पास में तैनाती के नाम पर डेढ़ लाख रुपये वसूल लिए जाते हैं। इस पर जब सवाल उठता है तो बेसिक शिक्षा अधिकारी सिर्फ जांच की बात कर मामले को लंबित कर देते हैं।

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हालिया अजब गजब कारनामा एआरपी की नियुक्ति में की गई है। अतरौली की शिक्षिका दीपमाला सिकरवार गणित की शिक्षिका है। 29 हजार वाले भर्ती में उनका चयन हुआ था। पर विभाग द्वारा गणित की शिक्षिका दीपमाला को गंगीरी में अंग्रेजी विषय का एआरपी नियुक्त कर दिया गया। यह हाल बेसिक शिक्षा मंत्री के गृह जनपद और विधानसभा क्षेत्र का है। तो और जनपदों में क्या हाल होगा अंदाजा लगाया जा सकता है। आरोप तो यह भी लगाया जा रहा कि एआरपी के लिए शिक्षकों के जबरन फॉर्म बीआरसी पर भरवाए गए। सीडीओ को भी धोखे में रखा गया एआरपी की नियुक्ति के लिए शिक्षक को बीआरसी पर आवेदन करना होता है। लिखित परीक्षा में 60 फीसदी अंक आने के बाद माइक्रो टीचिंग में प्रजेंटेशन के लिए चयनित किया जाता है।

चयन के लिए अंतिम साक्षात्कार सीडीओ द्वारा लिया जाता है। पर यहां सवाल यह है कि क्या मुख्य विकास अधिकारी को भी चयन प्रक्रिया में धोखे में रखा गया। बता दें कि एक ब्लॉक में पांच विषयों के एकेडमिक रिसोर्स पर्सन तैनात किए जाते हैं। वर्जन दीपमाला सिकरवार के बारे में जानकारी की जा रही है। अगर ऐसा हुआ है तो एबीएसए के खिलाफ जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी होगा कार्रवाई की जाएगी। डॉ. राकेश सिंह, बीएसए एआरपी की चयन प्रक्रिया में अंतिम प्रक्रिया सीडीओ के पास आती है। अगर भ्रमित कर शिक्षिका की तैनाती की गई है तो जिम्मेदारी अधिकारी कर्मचारियों के विरुद्ध जांच कराई जाएगी। प्रखर सिंह, मुख्य विकास अधिकारी

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