बेसिक शिक्षा विभाग: एक माह बाद भी खातों में नहीं पहुंचा यूनीफार्म एवं जूते-मोजे का पैसा

By Jaswant Singh

Published on:

basic shiksha vibhag

बेसिक शिक्षा विभाग: एक माह बाद भी खातों में नहीं पहुंचा यूनीफार्म एवं जूते-मोजे का पैसा

लखनऊ: विभागीय हिलाहवाली के कारण बच्चों के स्कूल ड्रेस, जूते-मोजे का पैसा 32 दिन day बाद भी खातों account तक नहीं पहुँचा। नया सत्र शुरू एक़ माह से अधिक दिन बीतने के बाद भी बच्चों के माता-पिता के खातों में ड्रेस, जूते-मोजे और बैग के 1200 रुपये rupye अभी तक नहीं पहुंचे हैं।यह पैसा सत्र शुरू होने से पहले या सत्र के शुरुआती दिन में भेजने का प्रावधान है ताकि बच्चे पहले दिन से नए ड्रेस, जूते-मोजे में नए बैग के साथ आ सकें। यह रकम प्रदेश के कक्षा class एक से आठ तक के 1.92 करोड़ crore छात्र-छात्राओं के अभिभावकों को दी जानी थी।

ये भी पढ़ें 👉 उत्तर प्रदेश के इस जिले में 600 स्कूलों के शिक्षकों एवं शिक्षामित्रों तथा अनुदेशको की अप्रैल महीने की सैलरी रुकी

ये भी पढ़ें 👉 120 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को कारण बताओ नोटिस,सामने आई यह वजह

उत्तर प्रदेश UP बीटीसी शिक्षक संघ teacher sangh के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने बताया कि प्रदेश Pradesh के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक स्कूलों school के कक्षा एक से आठ तक के बच्चों के लिए सरकार उनके माता-पिता के खातों account में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफार के माध्यम से 1200 रुपये भेजती है लेकिन 1 अप्रैल से सत्र शुरू हुआ और मई का भी एक दिन बीत गया परन्तु रकम अभी तक छात्र-छात्राओं के माता-पिता के खाते Account में नहीं पहुंच सकी है।

शिक्षकों teacher की मानें तो सत्र शुरू होते ही जब बच्चे नए ड्रेस, जूते-मोजे व बैग लेकर स्कूल आते हैं तो उनके मन में उत्साह रहता है। इस 1200 रुपये rupye में से 1100 रुपये दो सेट यूनिफार्म, एक स्वेटर, एक सेट जूत्ता मौजा, एक बैग व 100 रुपये स्टेशनरी के होते है। स्कूल ड्रेस नहीं होने से काफी बच्चे स्कूल School आने में आनाकानी करते हैं। उन्होंने मांग की कि 15 मई May तक हर हाल मे उक्त धनराशि अविभावकों के खाते में हस्तांतरित की जाय, ताकि परिषद के बच्चें भी नए यूनिफार्म में स्कूल आ सकें।

Leave a Comment

``` WhatsApp Group Join ```