उत्तर प्रदेश में इन कर्मचारियों की हाजिरी का भी बदल गया सिस्टम, ड्यूटी से गायब रहने वालों की लगेगी क्लास

By Jaswant Singh

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उत्तर प्रदेश में इन कर्मचारियों की हाजिरी का भी बदल गया सिस्टम, ड्यूटी से गायब रहने वालों की लगेगी क्लास

संभल नगर पालिका ने सफाई कर्मचारियों की लापरवाही पर लगाम लगाने के लिए फेस रिकग्निशन सिस्टम शुरू किया है। अब सभी सफाई कर्मियों की उपस्थिति मोबाइल एप पर ऑनलाइन दर्ज होगी। पालिका का मानना है कि इससे फर्जी उपस्थिति और बिना सूचना के छुट्टी लेने जैसी समस्याओं पर रोक लगेगी। नई प्रणाली के तहत कर्मचारियों को सुबह और शाम दोनों पालियों में एप के माध्यम से उपस्थिति दर्ज करानी होगी।

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नगर पालिका क्षेत्र में तैनात सफाई कर्मियों की लापरवाही और समय पर कार्यस्थल पर मौजूद न रहने की शिकायतें लगातार सामने आ रही थीं। इस पर लगाम लगाने के लिए नगर पालिका परिषद ने अब सफाई कर्मियों की उपस्थिति को तकनीक से जोड़ते हुए एक नई पहल शुरू करने का निर्णय लिया है। इसके तहत सभी सफाई कर्मियों की उपस्थिति अब फेस रिकग्निशन सिस्टम के माध्यम से मोबाइल एप पर आनलाइन दर्ज होगी।

नगर पालिका परिषद संभल द्वारा सफाई व्यवस्था को बेहतर और पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से तकनीकी बदलाव की शुरुआत कर दी गई है। अब सफाई कर्मचारी मोबाइल एप के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे। यह उपस्थिति फेस रिकग्निशन तकनीक के जरिए अनिवार्य रूप से सुबह और शाम दोनों पालियों में दर्ज करनी होगी।

पालिका अधिशासी अधिकारी डा. मणिभूषण तिवारी ने इस योजना के लिए रणनीति तैयार कर ली है। उनका कहना है कि इस व्यवस्था से फर्जी उपस्थिति, बिना सूचना के छुट्टी और समय से पहले कार्यस्थल छोड़ने जैसी समस्याओं पर अंकुश लगेगा।

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अभी तक नगर पालिका में सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति मैनुअल तरीके से दर्ज की जाती थी, जिससे कई बार कर्मचारियों की बिना काम किए हाजिरी लगने की शिकायतें मिलती थीं। अब इस नई प्रणाली के तहत कर्मचारी को सुबह अपने क्षेत्र में पहुंचकर मोबाइल एप के माध्यम से अपनी तस्वीर लेकर उपस्थिति दर्ज करनी होगी।

इसी तरह शाम की उपस्थिति भी इसी प्रक्रिया से होगी। अगर कोई कर्मचारी उपस्थिति दर्ज नहीं कराता है तो उसकी हाजिरी नहीं मानी जाएगी। लगातार गैरहाजिर रहने पर पालिका द्वारा नोटिस जारी कर वेतन रोकने से लेकर अनुशासनात्मक कार्रवाई तक की जाएगी।

नगर पालिका क्षेत्र में वर्तमान में 750 सफाई कर्मी कार्यरत हैं, जिसमें 250 सफाईकर्मी आउटसोर्स और संविदा पर हैं। इन सभी को अब इस प्रणाली के तहत काम करना होगा। कर्मचारियों को एक विशेष मोबाइल एप डाउनलोड कर उसमें रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा। इसके बाद हर कर्मचारी को एक यूनिक लागिन आईडी व पासवर्ड मिलेगा, जिससे वह उपस्थिति दर्ज कर सकेगा।

साफ-सफाई में आएगा सुधार

पालिका का मानना है कि इससे सफाई व्यवस्था पर बेहतर नियंत्रण संभव होगा। शहर के 37 वार्डों में से अधिकांश वार्डों से सफाई न होने की शिकायतें मिलती थीं, जिनकी पुष्टि करना मुश्किल था, लेकिन अब जीपीएस लोकेशन के माध्यम से कर्मचारी की वास्तविक उपस्थिति का रिकार्ड रखा जा सकेगा। इससे यह सुनिश्चित हो सकेगा कि सफाई कर्मचारी वास्तव में तय क्षेत्र में मौजूद है और उसने कार्य किया है।

एक वर्ष पहले डीएम ने पालिका में मारा था छापा, सफाई कर्मी की जगह अन्य लोग ड्यूटी पर मिले जिलाधिकारी डा. राजेंद्र पैंसिया ने 31 जुलाई 2024 को नगर पालिका परिषद में अचानक निरीक्षण कर सफाई व्यवस्था की हकीकत परखी थी। छापे के दौरान पालिका में तैनात कई सफाईकर्मी अपनी ड्यूटी से नदारद मिले थे, जबकि उनकी जगह अन्य लोग काम करते पाए गए थे।

निरीक्षण के दौरान डीएम ने उपस्थिति पंजिका, कार्यरत कर्मचारियों की सूची और उनकी ड्यूटी लोकेशन की जांच की थी और कई वार्डों में हकीकत जानी थी। इस दौरान सामने आया कि कुछ सफाईकर्मी नाम मात्र की उपस्थिति दर्ज कराकर कार्य नहीं कर रहे थे, जबकि कुछ की जगह निजी व्यक्ति ड्यूटी पर थे।

डीएम ने इस लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए ईओ पालिका से जवाब तलब किया था और सभी संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ रिपोर्ट मांगी। हालांकि मामले में अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है।

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