एक्स पर छाया रहा परिषदीय स्कूलों के विलय का विरोध
Prayagraj: परिषदीय स्कूलों school के विलय के विरोध का मुद्दा रविवार को पूरे दिन सोशल मीडिया social media साइट एक्स पर छाया रहा। प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर जस्टिसफॉरस्कूल्सचिल्ड्रेन हैशटैग से चलाए गए अभियान पर शाम पांच बजे तक छह लाख से अधिक यूजर्स User ने अपनी प्रतिक्रिया दी।
इस अभियान में आरटीई एक्ट 2009 का कड़ाई से अनुपालन, बुनियादी सुविधाओं की गारंटी, शिक्षकों teacher के रिक्त पदों को भरने व शिक्षकों पर अशैक्षणिक काम का अतिरिक्त बोझ न डालने जैसे सवालों को भी प्रमुखता से उठाया गया। इस दौरान बेरोजगार युवाओं ने भी मांगों का समर्थन किया है। युवाओं का कहना है कि विलय का असली मकसद बेसिक शिक्षा विभाग basic shiksha vibhag के बजट में कटौती और बच्चों को निशुल्क व अनिवार्य शिक्षा सुनिश्चित करने के संवैधानिक दायित्व से किनारा करना है।
रोजगार अधिकार अभियान के कोआर्डिनेटर राजेश सचान का कहना है कि विलय का नतीजा होगा कि बड़े पैमाने पर बच्चे प्राथमिक शिक्षा shiksha से वंचित हो जाएंगे।