Post Office 2025 की दमदार स्कीम… सिर्फ एक बार निवेश, फिर ब्याज से ही हर महीने ₹5500 की कमाई पक्की

By Jaswant Singh

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Post Office 2025 की दमदार स्कीम… सिर्फ एक बार निवेश, फिर ब्याज से ही हर महीने ₹5500 की कमाई पक्की

Post Office MIS Scheme एक पॉपुलर स्कीम है, जो आपको हर महीने निश्चित कमाई का मौका देती है खास बात ये है कि डाकघर की इस योजना में सिंगल या ज्वाइंट अकाउंट खुलवाया जा सकता है। हर कोई अपनी कमाई में से कुछ न कुछ सेविंग (Saving) करता है और उसे ऐसी जगह निवेश (Investment) करना चाहता है, जहां उसका पैसा सुरक्षित रहे और रिटर्न भी जोरदार मिले. लेकिन रिटायरमेंट के बाद नियमित इनकम की समस्या सबसे बड़ी होती है और अगर नौकरी में ठीक-ठाक पेंशन नहीं है तो बी आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में रिटायरमेंट के बाद की प्लानिंग पहले ही करना जरूरी है. इसके लिए पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम (Post Office Monthly Income Scheme-MIS) आपके बेहद काम आ सकती है, जो आपको हर महीने एक तय रकम कमाने का मौका मिलता है।

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1000 रुपये से खुलवा सकते हैं MIS खाता

पोस्ट ऑफिस (Post Office) में हर उम्र और हर वर्ग के लिए Saving Schemes संचालित की जा रही हैं, जिनमें रिटर्न तो जोरगार मिलता ही है, बल्कि निवेश पर सुरक्षा की गारंटी खुद सरकार देती है. यानी ये पूरी तरह से टेंशन फ्री निवेश ऑप्शन बन जाता है. बात करें, हर महीने निश्चित इनकम कराने वाली पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (Post Office Monthly Income Scheme) के बारे में, तो इसमें आप महज 1000 रुपये से अपना अकाउंट ओपन करा सकते हैं।

अकाउंट खुलवाने से जुड़े नियम

18 साल से अधिक आयु का कोई भी व्यक्ति

ज्वाइंट अकाउंट (अधिकतम तीन व्यस्क)

नाबालिग और ऐसे व्यक्ति के अभिभावक के रूप में जिसकी दिमागी हालत ठीक ना हो न्यूनतम 1000 रुपये के निवेश से अकाउंट ओपन निवेश पर 7.4% का धांसू ब्याज Post Office की ये स्कीम अपने बेनेफिट्स को लेकर खासी पॉपुलर है और इसमें मिलने वाला ब्याज भी जोरदार है. जी हां, सरकार POMIS में किए गए निवेश पर 7.4 फीसदी की दर से ब्याज ऑफर कर रही है. ये ब्याज 1 अप्रैल 2023 से दिया जा रहा है. इस सरकारी स्कीम (Govt Scheme) का मैच्योरिटी पीरियड 5 साल का है और अकाउंट खुलने के एक साल तक इसमें से पैसे नहीं निकाले जा सकते. इस स्कीम की सबसे खास बात यही है कि इसमें निवेश करने पर आपकी हर महीने इनकम की टेंशन खत्म हो जाती है. इसमें निवेशक सिंगल और ज्वाइंट अकाउंट ओपन करा सकते हैं।

जमा और ब्याज भुगतान का नियम 

सिंगल अकाउंट में अधिकतम 9 लाख रुपये जमा कर सकते हैं।

ज्वाइंट अकाउंट में मैक्सिमम 15 लाख रुपये जमा किए जा सकते हैं।

ज्वाइंट अकाउंट में सभी होल्डर्स की निवेश में बराबर हिस्सेदारी होनी चाहिए।

अकाउंट खुलने के एक महीने बाद से मेच्योरिटी तक ब्याज का भुगतान शुरू।

हर महीने मिलने वाले ब्याज को विड्रॉ नहीं करने पर कोई अतिरिक्त ब्याज नहीं।

एक बार निवेश, फिर हर महीने गारंटीड इनकम

पोस्ट ऑफिस मंथली सेविंग स्कीम (POMIS) दरअसल, एक सिंगल इन्वेस्टमेंट स्कीम है और एक बार निवेश के बाद आप इस स्कीम के तहत हर महीने अपने लिए गारंटीड इनकम की व्यवस्था कर सकते हैं. अकाउंट खुलने के 5 साल बाद संबंधित पोस्ट ऑफिस में पासबुक के साथ आवेदन जमा कर खाते को बंद कराया जा सकता है. मेच्योरिटी से पहले अकाउंट होल्डर की मौत होने पर अकाउंट को बंद किया जा सकता है और जमा रकम को अकाउंट होल्डर के नॉमिनी या उत्तराधिकारी को लौटाया जा सकता है. रिफंड लौटाने तक का ब्याज दिया जाएगा।

महीने में 5500 रुपये की कमाई का कैलकुलेशन

अब बात करते हैं कि Post Office की इस स्कीम में एकमुश्त निवेश करके निवेशक कैसे हर महीने सिर्फ ब्याज से ही 5500 रुपये की मासिक कमाई (Monthly Income) कर सकते हैं. इसका कैलकुलेशन बेहद आसान है, अगर सिंगल अकाउंट होल्डर्स अपने खाते में तय की गई मैक्सिमम रकम का निवेश करते हैं यानी 9 लाख रुपये जमा करते हैं, तो फिर इस स्कीम में मिल रहे 7.4% के ब्याज के हिसाब से उन्हें हर महीने 5500 रुपये का ब्याज मिलेगा. वहीं ज्वाइंट अकाउंट में किए गए 15 लाख रुपये के अधिकतम निवेश के जरिए महीने की कमाई 9,250 रुपये होगी।

आसानी से खुल जाता है अकाउंट

निवेश पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में मिलने वाला ब्याज अपने हिसाब से तिमाही, छमाही या फिर सालाना आधार पर भी ले सकते हैं. बात करें, इस सरकारी स्कीम में अकाउंट खुलवाने के प्रोसेस के बारे में, तो आप अपने नजदीकी पोस्ट ऑफिस में जाकर जरूरी दस्तावेजों के साथ आवेदनकर सकते हैं. Post Office से अकाउंट ओपनिंग के लिए फॉर्म लेकर केवाईसी फॉर्म और पैन कार्ड के साथ जमा कर सकते है।

मेच्योरिटी से पहले खाता बंद करने पर घाटा 

इस स्कीम में अकाउंट खुलवाने के एक से तीन साल के भीतर अगर खाताधारक उसे बंद करता है, तो फिर ये घाटे का सौदा साबित हो सकता है, दरअसल, ऐसी स्थिति में नियम के मुताबिक मूलधन के 2% की बराबर रकम काटकर शेष राशि आपको लौटाई जाएगी और अगर अकाउंट ओपन होने के तीन से पांच साल के बीच इसे बंद करते हैं, तो फिर 1% के बराबर राशि काटकर बाकी की रकम उसे लौटा दी जाएगी।

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