UP School Merger: स्कूल मर्जर के चलते विद्यालय हुए दूर, ताला देख घर वापस लौटने पर बच्चे हुए मजबूर

By Jaswant Singh

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UP School Merger: स्कूल मर्जर के चलते विद्यालय हुए दूर, ताला देख घर वापस लौटने पर बच्चे हुए मजबूर

उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग basic shiksha vibhag द्वारा छात्रों की कम संख्या वाले स्कूलों school को बंद कर अधिक संख्या वाले स्कूलों school में मर्ज Marge कर दिया गया है। जिस वजह से कई सरकारी स्कूलों school में ताला लटक रहा है।गर्मियों garmiyon की छुट्टियों Holiday के बाद जब स्कूल खुले तो बच्चे स्कूलों में लटका ताला देखकर मायूस हो गये और घर वापस चले गये।

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गर्मियों garmiyon की छुट्टियों Holiday के कारण बच्चों और अभिभावकों को स्कूल School मर्जर के विषय में कोई जानकारी नहीं थी, जिससे बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ा और गिने-चुने बच्चे ही नए स्कूल तक पहुंच पाए। स्कूल पेयरिंग होने से हजारों बच्चों के लिए स्कूलों की दूरी बढ़ गई है जिसे लेकर अभिभावकों ने भी विरोध जताया है। स्कूल School दूर होने के कारण बच्चे पढ़ने नहीं जा पा रहे हैं जिससे उनके आने वाले भविष्य पर गहरा असर पड़ सकता है।

इन सकारी स्कूलों में लगा ताला

– मोहनलालगंज में महेश खेड़ा प्राथमिक विद्यालय vidalaya को करीब दो किमी दूर भौंदरी प्राथमिक विद्यालय vidalaya से पेयर किया गया है। महेश खेड़ा और भौंदरी के बीच में सिसेंडी-भागू खेड़ा व्यस्त मार्ग है। स्कूल School की सहायक अध्यापिका पूर्णिमा पांडेय ने बताया कि महेशखेड़ा में कुल 15 बच्चे थे। इनमें से आठ बच्चे ही पहले दिन day भौदरी स्कूल आए।

– मोहनलालगंज के ही मदारीखेड़ा प्राइमरी स्कूल School में 36 और जूनियर स्कूल School में 16 बच्चे हैं। बच्चे कम होने के कारण ये दोनों स्कूल school करीब डेढ़ किमी दूर भावाखेड़ा जूनियर स्कूल में पेयर कर दिए गए हैं। भावाखेड़ा में मंगलवार को मदारीखेड़ा के दोनों स्कूलों school के शिक्षक teacher तो पहुंच गए, लेकिन पुराने स्कूल School का एक भी बच्चा यहां नहीं पहुंचा।

अभिभावकों ने किया विरोध

मदारीखेड़ा प्राथमिक विद्यालय vidalaya के बाहर कई अभिभावकों ने स्कूलों school के मर्जर merger पर विरोध भी जताया है। ग्रामीणों ने कहा कि छोटे-छोटे बच्चों को इतनी दूर पढ़ने कैसे भेज दें। रास्ते में डंपर और चार पहिया वाहन भी चलते हैं, जिससे दुर्घटना की भी आशंका है। यही नहीं, मदारीखेड़ा के दोनों स्कूलों school में तैनात चारों रसाइयों ने भी भावाखेड़ा जाने से इनकार कर दिया।

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