कम बच्चों वाले स्कूल होंगे मर्ज, खाली स्कूल नहीं होंगे बंद, पढ़िए सूचना
जिले के परिषदीय विद्यालयों vidalaya में पढ़ने वाले बच्चों की कम संख्या होने पर अब बच्चे पास के स्कूलों school में पढ़ेंगे। शिक्षक-छात्र अनुपात बेहतर करने के लिए कम बच्चों वाले स्कूलों school की पास के स्कूल के साथ पेयरिंग की जाएगी।जिसके अन्तर्गत जिले के कई स्कूलों school को मर्ज Marge किया जाएगा। शासन द्वारा शासनादेश जारी होने के बाद बीएसए BSA कार्यालय में सूचनाएं एकत्र होना शुरू हो गई है। निर्देश में कहा गया है कि जिन स्कूलों school में छात्र नामांकन कम है, वहां संसाधनों के अधिकतम प्रयोग के लिए स्कूलों school के साथ आपसी सहयोग की जरूरत है। ऐसे विद्यालयों vidalaya को पास के विद्यालयों के साथ पेयरिंग कर एक इकाई के रूप में चलाया जाएगा।
ये भी पढ़ें 👉 एण्टि करप्शन टीम ने शिक्षा विभाग डीडीआर ऑफिस के बाबू को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा
बेसिक शिक्षा विभाग basic shiksha vibhag के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने जिलाधिकारी DM को पत्र भेजकर कहा है कि कम छात्र नामांकन वाले विद्यालयों vidalaya को चिह्नित कर डाटा तैयार कराएं। फिर बेहतर सुविधाओं व संसाधनों वाले पास के स्कूलों school के साथ मैपिंग की जाए। खंड शिक्षा अधिकारी BEO ऐसे विद्यालयों vidalaya का भ्रमण कर पेयरिंग प्रस्ताव बीएसए, डीएम व सीडीओ CDO को इससे अवगत कराएंगे। शिक्षकों teacher के बीच कार्य व दायित्व का निर्धारण, विद्यालयों की समय सारिणी, कक्षा आवंटन कर विद्यालय का संचालन सुनिश्चित कराएंगे।
साथ ही बीएसए BSA कार्यालय में इससे जुड़ी शिकायतों व उसके निस्तारण के लिए एक सेल भी बनाया जाएगा। ——- बाल वाटिका के रूप में होगा खाली स्कूलों school का उपयोग आदेश में स्पष्ट किया गया है कि पेयरिंग के बाद खाली स्कूल बंद school close नहीं होंगे। ऐसे में तीन से छह साल के बच्चों के लिए सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को बाल वाटिका घोषित किया गया है। इसलिए संसाधनों के अधिकतम प्रयोग के दृष्टिगत शेष विद्यालयों vidalaya का प्रयोग बाल वाटिका के रूप में किया जा सकेगा। पास के प्राथमिक विद्यालयों vidalaya का भाग मानते हुए एक-एक ईसीसीई एजुकेटर तैनात करते हुए बच्चों के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। –