कम छात्र संख्या वाले बेसिक स्कूलों को बंद करने की तैयारी

By Jaswant Singh

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कम छात्र संख्या वाले बेसिक स्कूलों को बंद करने की तैयारी

बहराइच: बेसिक शिक्षा परिषद basic shiksha parishad में हो रहे नित नए प्रयोग में अब एक नया प्रयोग भी सामने आया है। इसमें शिक्षकों, शिक्षा मित्र के साथ कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों vidalaya का भी समायोजन होगा।इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं। समायोजन smayojan की प्रक्रिया चल रही है। विद्यालयों vidalaya के समायोजन पर शिक्षक संगठनों व ग्राम प्रधानों ने आपत्ति दर्ज करते हुए इसे छात्र हितों के विपरीत बताया है। वहीं बेसिक विभाग के अधिकारी इसे छात्र हितैषी बता रहे हैं। बेसिक शिक्षा परिषद basic shiksha parishad में कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों vidalaya को इस विद्यालय vidalaya के निकटवर्ती विद्यालय में पेयरिंग (समायोजित) किया जा रहा है।

इस संबंध में सचिव बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से आदेश निर्गत किया गया हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी BSA ने सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारियों BEO को निर्देश देकर जिले के सभी विद्यालयों से सूचना मांगी जा चुकी है। मालूम हो कि वर्तमान समय में जिले में 2803 विद्यालय vidalaya संचालित किए जा रहे हैं। इसमें लगभग 123 विद्यालय vidalaya को उनके निकटवर्ती विद्यालय vidalaya में कम छात्र संख्या के आधार पर पेयरिंग किया जा रहा है।

50 छात्रों से कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों vidalaya को इसके लिए चयनित किया गया है। इसके विरुद्ध उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने आंदोजन करने की घोषणा कर दी है। कहा कि आर पार का शांतिपूर्ण आंदोलन होगा। बेसिक शिक्षक संवर्ग को समाप्त नहीं होने देंगे। 27 जून को जिले के बीआरसी BRC पर बीईओ BEO के माध्यम से मुख्यमंत्री CM को संबोधित ज्ञापन सौंपा जाएगा।

इनसेट भविष्य में समाप्त हो सकता है शिक्षा मित्रों shikshamitro व रसोइयों का पद जूनियर शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष विद्या विलास पाठक में कहा कि अनुच्छेद 21 में 6 से 14 वर्ष के बच्चों को मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार है। आरटीई अधिनियम की धारा 6 के अनुसार हर गांव के एक किलोमीटर के भीतर प्राथमिक विद्यालय अनिवार्य है।

इसी के आधार पर बेसिक विद्यालय vidalaya बनाए गए थे। उसमें छात्र संख्या का कहीं कोई उल्लेख नहीं है। साथ ही बिना ग्राम शिक्षा समिति की लिखित सहमति के किसी भी विद्यालय का समायोजन या स्थानांतरण किया जाना अव्यावहारिक है। सरकार स्थानांतरण कर शिक्षक एवं शिक्षा मित्र के पदों को समाप्त करना चाहती है। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चे दूर पढ़ते नहीं जा सकते। यह बाल शिक्षा अधिकार का हनन है।

समायोजन से जिले के 123 विद्यालय प्रभावित होंगे। इसमें कार्यरत शिक्षा मित्र, रसोईया व शिक्षकों teacher पर प्रभाव पड़ेगा तथा भविष्य में यह सभी पद समाप्त हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार government जहां बेरोजगारों को रोजगार नहीं दे पा रही है। वहीं जिनके पास रोजगार है उसका छीनने का प्रयास कर रही है।

शिक्षक, छात्र, शिक्षामित्र, रसोईया इस आदेश का विरोध करता है। जरूरत पड़ने पर एक बड़ा आंदोलन चलाया जाएगा। कोट कम छात्र संख्या वाले बेसिक विद्यालयों vidalaya को निकट के विद्यालयों vidalaya से पेयरिंग किया जा रहा है। इससे शिक्षा के स्तर में काफी सुधार होगा।

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