उत्तर प्रदेश में ‘शिक्षामित्रों’ को लेकर एक बड़ा अपडेट
उत्तर प्रदेश UP के शिक्षा क्षेत्र में कार्यरत शिक्षामित्रों shikshamitro के लिए एक बड़ा और अहम अपडेट सामने आया है। लंबे समय से अपने मूल विद्यालयों vidalaya से इधर-उधर कार्यरत शिक्षामित्रों shikshamitro को अब उनके पहले तैनाती वाले विद्यालयों vidalaya में वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।इस संबंध में महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने राज्य के सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों (BSA) को स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं।
मानव संपदा पोर्टल पर डाटा अपडेट अनिवार्य
महानिदेशक ने बीएसए BSA को आदेश दिया है कि वे अपने जिले District के सभी शिक्षामित्रों shikshamitro का सटीक डाटा मानव संपदा पोर्टल Manav sampada Portal पर अपलोड करें। इसमें निम्नलिखित जानकारियाँ information देना अनिवार्य है: शिक्षामित्र shikshamitra का पूरा नाम, प्रथम तैनाती वाला विद्यालय, वर्तमान में कार्यरत विद्यालय, जन्मतिथि, सेवा से संबंधित अन्य विवरण। डाटा की शुद्धता सुनिश्चित करना बीएसए BSA की जिम्मेदारी होगी। यदि किसी भी स्तर पर गलत जानकारी information या अधूरा विवरण सामने आता है, तो उसकी पूर्ण जवाबदेही संबंधित बीएसए BSA की होगी।
बीएसए को देना होगा प्रमाण पत्र
महानिदेशक ने यह भी निर्देशित किया है कि डाटा अपलोड upload के बाद प्रत्येक बीएसए को एक प्रमाण पत्र (Certificate) देना होगा, जिसमें यह उल्लेख होगा कि उनके जिले में शिक्षामित्रों shikshamitro से संबंधित सभी जानकारी सत्यापित और अद्यतन (verified and updated) है। यह प्रमाण पत्र शासन को भेजा जाएगा ताकि आगे की प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे।
क्यों है यह कदम महत्वपूर्ण?
पिछले कुछ वर्षों year में शिक्षामित्रों shikshamitro को विभिन्न कारणों से उनके मूल विद्यालयों vidalaya से हटाकर अन्य विद्यालयों vidalaya में तैनात किया गया था, जिससे कई बार स्कूलों में शिक्षा की निरंतरता प्रभावित हुई। शिक्षामित्रों shikshamitro के स्थानांतरण ने कुछ स्थानों पर पठन-पाठन व्यवस्था को भी बाधित किया। अब जब उन्हें फिर से अपने पहले विद्यालयों vidalaya में तैनात किया जा रहा है, तो इससे न केवल स्थायित्व आएगा बल्कि छात्रों के लिए भी एक स्थिर और जानी-पहचानी शैक्षिक व्यवस्था उपलब्ध होगी।