20 करोड़ से नहीं, अब नियमों से चलेगा शिक्षा विभाग – 1289 प्रधानाध्यापकों का वेतन रोका, BSA अलका शर्मा की सख्त कार्रवाई

20 करोड़ से नहीं, अब नियमों से चलेगा शिक्षा विभाग – 1289 प्रधानाध्यापकों का वेतन रोका, BSA अलका शर्मा की सख्त कार्रवाई

संभल: 1289 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों Headmaster और इंचार्ज शिक्षकों Teacher का वेतन vetan रोकने का आदेश जारी उत्तर प्रदेश UP के एक जिले में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) BSA अलका शर्मा ने समग्र शिक्षा अभियान के तहत प्राप्त धनराशि का नियमानुसार उपयोग न करने पर सख्त कार्रवाई की है।उन्होंने जिले District के 1289 परिषदीय विद्यालयों vidyalaya के प्रधानाध्यापकों और इंचार्ज अध्यापकों Teacher का वेतन रोकने का आदेश जारी कर दिया। इस फैसले के बाद शिक्षकों Teacher और विद्यालय vidyalaya प्रबंधन समितियों में हड़कंप मच गया है।

समग्र शिक्षा मद में गड़बड़ी हुई बड़ी वजह

बीएसए BSA अलका शर्मा Alka Sharma ने बताया कि 17 अक्टूबर October को अपर मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश शासन की अध्यक्षता में आयोजित शिक्षा विभाग vibhag की समीक्षा बैठक meeting में यह पाया गया कि जिले को दी गई विभिन्न ग्रांट राशि – जैसे कंपोजिट ग्रांट, स्पोर्ट्स ग्रांट, लाइब्रेरी ग्रांट, निर्माण मद की स्पिल ओवर राशि तथा कक्षा-कक्ष निर्माण फंड Fund का सही तरीके से उपयोग नहीं किया गया है। इन धनराशियों के समय पर खर्च न होने से शासन में नाराजगी फैल गई है।

सात दिनों में दें व्यय का लेखा-जोखा

समीक्षा बैठक meeting में अपर मुख्य सचिव ने सभी जिलों District की प्रगति पर नाराजगी जताते हुए बीएसए BSA को चेतावनी दी। उन्होंने निर्देश दिया कि अगले 7 दिनों में प्रत्येक राशि का नियमसम्मत उपभोग सुनिश्चित किया जाए। इसके बाद बीएसए BSA ने नया आदेश जारी करते हुए कहा कि जब तक प्रत्येक विद्यालय vidyalaya की स्कूल प्रबंधन समिति (SMC) स्तर पर धनराशि का उपयोग कर उपभोग प्रमाणपत्र (Utilization Certificate) प्रस्तुत नहीं किया जाएगा, तब तक संबंधित प्रधानाध्यापक headmaster और इंचार्ज शिक्षकों Teacher के वेतन vetan पर रोक रहेगी।

परिषदीय शिक्षकों में मचा हड़कंप

इस आदेश के बाद परिषदीय विद्यालयों vidyalaya में हड़कंप मचा हुआ है। जिन विद्यालयों vidyalaya की ग्रांट खर्च नहीं हुई, वहां अब रिकॉर्ड और बिलों को तैयार कराने की प्रक्रिया तेज हो गई है। शिक्षकों Teacher में यह डर है कि यदि तय समय सीमा में कार्य पूरा नहीं हुआ, तो न केवल वेतन vetan अटक सकता है बल्कि अतिरिक्त जांच भी बैठ सकती है।

जवाबदेही और पारदर्शिता की ओर शिक्षा विभाग

बीएसए BSA अलका शर्मा Alka Sharma का यह कदम विभाग vibhag में जवाबदेही और पारदर्शिता को सुनिश्चित करने की दिशा में देखा जा रहा है। इससे एक ओर जहां सरकारी योजनाओं Yojnaon के सही व्यय को लेकर गंभीरता बढ़ेगी, वहीं दूसरी ओर विद्यालयों vidyalaya में वित्तीय अनुशासन भी स्थापित होगा। शिक्षा विभाग vibhag का मानना है कि इस तरह की कार्रवाई से भविष्य में अनियमितताओं पर रोक लगेगी।

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