शिक्षामित्रों को नियमित करने की उठी मांग, जानिए पूरी खबर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ ने राज्य सरकार से मांग की है कि परिषदीय विद्यालयों में लंबे समय से कार्यरत बीटीसी और सीटीईटी-यूपीटेट पास शिक्षामित्रों को नियमित किया जाए। संघ का कहना है कि इन शिक्षामित्रों को नई नियमावली बनाकर सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति दी जानी चाहिए।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने बताया कि प्रदेश में करीब 70 हजार शिक्षामित्र ऐसे हैं जो पूर्ण शिक्षक बनने की पात्रता रखते हैं। इनमें से अधिकतर शिक्षामित्र दो वर्षीय बीटीसी प्रशिक्षण कर चुके हैं और साथ ही टीईटी व सीटीईटी परीक्षा भी पास कर चुके हैं।
वर्तमान समय में प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में 1.48 लाख से अधिक शिक्षामित्र कार्यरत हैं। इनमें बड़ी संख्या ऐसे शिक्षामित्रों की है जो योग्य होने के बावजूद नियमित शिक्षक नहीं बन पाए हैं। इसी को देखते हुए संघ ने सरकार से ठोस कदम उठाने की अपील की है।
संघ ने यह भी कहा कि जिस प्रकार उत्तराखंड सरकार ने 29 जुलाई 2019 को नियमावली जारी कर स्पष्ट किया था कि जिन शिक्षामित्रों को सरकार ने बीटीसी प्रशिक्षण और टीईटी/सीटीईटी की पात्रता दी है, उन्हें सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्त किया जाएगा, उसी तरह का आदेश उत्तर प्रदेश सरकार को भी जारी करना चाहिए।




