बाल वाटिकाओं में नामांकन पर रहेगा विशेष जोर, शिक्षामित्र एवं आंगनबाड़ी प्रदान करेंगे बच्चों को शिक्षा
हाथरस: राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत ग्रामीण छात्रों को प्री-प्राइमरी शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से आंगनबाड़ी केंद्रों को बाल वाटिका Baal vatika के रूप में विकसित किया जा रहा है।पिछले दिनों स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जनपद हाथरस में 35 बाल वाटिकाओं की शुरुआत की गई। बेसिक शिक्षा विभाग basic shiksha vibhag के विद्यालयों vidyalaya में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों को बाल वाटिकाओं baal vatika के रूप में विकसित किया गया है। जिससे कि बच्चों को बेहतर शिक्षा shiksha का लाभ मिल सके। इसके लिए पिछले कई महीनों mahine से प्रयास चल रहे थे।
पिछले दिनों हाथरस ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय खोड़ा रति में सीडीओ CDO पी एन दीक्षित द्वारा किया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी धीरेंद्र उपाध्याय ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों को बाल वाटिका में विकसित करने से ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे अब अपने गांव में ही प्री-प्राइमरी शिक्षा shiksha प्राप्त कर सकेंगे और विद्यालय vidyalaya में प्रवेश हेतु बेहतर रूप से तैयार होंगे।
ग्रामीणों से अनुरोध किया गया कि वो अपने बच्चों को प्री-प्राइमरी शिक्षा shiksha के लिए गांव की बाल वाटिका baal vatika में ही नामांकन कराएं। युग्मन के पश्चात रिक्त हुए सभी विद्यालयों vidyalaya में भी बाल वाटिकाओं की शुरुआत की जाएगी, जिसमें विद्यालय के शिक्षामित्र, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं ईसीसीई एजुकेटर बच्चों को शिक्षा प्रदान करेंगे और उन्हें कक्षा 1 में प्रवेश के लिए तैयार करेंगे।